यूँ ही कोई क्यों अच्छा लगने लगा है , अनजान हो कर भी अपना होने लगा है। कुछ तो बात होगी उसके चेहरे में, जो आम हो कर भी वो ख़ास लगने लगा है। ऐसे तो कभी दिल धड़का नहीं, न ही कभी बेचैन हुई थी साँसें, अब उसके आने की आहट से ही, महसूस… Continue reading कोई… (Koi)